सरकारी स्कीम्स के पैसे बैंक खाते में आने के लिए NPCI आधार सीडिंग सबसे आसान रास्ता बन गया है। आधार कार्ड बैंक से जुड़ा न हो तब भी यह तरीका काम करता है, बस मोबाइल पर आने वाले OTP से सारी प्रक्रिया खत्म। लाखों लोग इसी से गैस, पेंशन और छात्रवृत्ति जैसे लाभ सुचारू रूप से ले रहे हैं।

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NPCI मैपर सीडिंग का आसान मतलब
यह प्रक्रिया बैंक खाते को आधार से डिजिटल तरीके से मैच करती है, ताकि DBT यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर बिना रुकावट पहुंचे। NPCI का सिस्टम बैंक सर्वर और मैपर दोनों को अपडेट रखता है। बिना इसके लाभ रुक सकते हैं या गलत खाते में चले जाएं।
बैंक लिंकिंग फेल होने पर NPCI क्यों चुनें?
UIDAI साइट पर बैंक स्टेटस चेक करने पर अगर ‘नहीं जुड़ा’ दिखे, तो NPCI का BASE टूल अपनाएं। बैंक शाखा का चक्कर लगाने की जरूरत खत्म, सब ऑनलाइन। कई बैंक खुद ही OTP वाला ऑप्शन देते हैं, जैसे कुछ बड़े सरकारी बैंक।
सीडिंग करने की प्रक्रिया क्या है?
- आधिकारिक NPCI पोर्टल खोलें और कंज्यूमर मेन्यू में सीडिंग सेक्शन ढूंढें।
- आधार नंबर, खाता विवरण, मोबाइल और कैप्चा डालें।
- आधार रजिस्टर्ड नंबर पर OTP आएगा, सही डालकर कन्फर्म करें – बस हो गया।
- तीन दिन बाद UIDAI पर दोबारा चेक करें, अपडेट हो जाएगा।
स्टेटस जांच और परेशानी दूर करने के उपाय
myAadhaar पोर्टल पर लॉगिन कर बैंक सीडिंग स्टेटस तुरंत पता करें। अगर NPCI मैपर में देरी हो तो बैंक हेल्पलाइन या ईमेल से संपर्क करें। पूरी प्रक्रिया मुफ्त है, कोई फीस नहीं लगती।

















