ITR Filing Alert: इन एजेंट्स से भरवाया ITR तो फंस सकते हैं बड़ी मुसीबत में, सरकार ने जारी की चेतावनी

ITR भरते समय तकनीकी दिक्कतें, गलत फॉर्म चुनना, 26AS डाटा मिसमैच और ई-वेरिफिकेशन भूलना आम समस्याएं हैं। पोर्टल पर ट्रैफिक से सर्वर लोड होता है, रिफंड अटकता है। बचाव: सही फॉर्म चेक करें, डाटा मिलाएं, ऑफ-पिक समय फाइल करें, तुरंत वेरिफाई करें। डेडलाइन से पहले करें, पेनल्टी से बचें!

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ITR Filing Alert: इन एजेंट्स से भरवाया ITR तो फंस सकते हैं बड़ी मुसीबत में, सरकार ने जारी की चेतावनी

इन्कम टैक्स रिटर्न (ITR) भरना हर साल लाखों लोगों के लिए जरूरी होता है, लेकिन इसमें कई बार तकनीकी मुद्दों के कारण परेशानी होती है। अक्सर आयकर विभाग के ऑनलाइन पोर्टल पर भारी ट्रैफिक की वजह से वेबसाइट धीमी हो जाती है या फॉर्म अपलोड नहीं हो पाता। आखिरी दिनों में जब अधिक लोग एक साथ लॉगिन करते हैं, तो सर्वर पर लोड बढ़ जाता है जिससे एरर संदेश या लोडिंग इशू देखने को मिलते हैं। इससे समय पर रिटर्न दाखिल करना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा, कुछ लोगों को सही फॉर्म चुनने में दिक्कत आती है, जिससे उनकी फाइलिंग रद्द हो सकती है और उन्हें दोबारा फॉर्म भरना पड़ता है।

गलत फॉर्म चुनने और असमय ई-वेरिफिकेशन की समस्या

ITR फॉर्म अलग-अलग वर्गों के लिए भिन्न होते हैं, जैसे सैलरीड कर्मियों, व्यवसायियों या रेंटल इनकम प्राप्त करने वालों के लिए। यदि कोई व्यक्ति गलत फॉर्म भर देता है तो उसकी फाइलिंग गलत मानी जाएगी और प्रक्रिया लंबित हो जाएगी। साथ ही, रिटर्न जमा करने के बाद ई-वेरिफिकेशन का होना बहुत जरूरी है। यदि आपने इसे भूल गए तो आपका ITR पूरा नहीं माना जाएगा, जिससे आप भविष्य में दिक्कतों में पड़ सकते हैं।

डाटा में विसंगति और असमय जमा करने के खतरे

ITR फाइल करते समय फॉर्म 26AS और रिटर्न में दर्ज आय और टैक्स की जानकारी मेल खानी चाहिए। अगर इसमें कोई विसंगति होती है, तो टैक्स विभाग रिफंड देना रोक सकता है या आपको नोटिस भेज सकता है। इसके साथ ही, अगर आप ITR की डेट से पहले फ़ाइल नहीं करते हैं, तो लेट फाइलिंग फीस और पेनल्टी जूझनी पड़ सकती है, जो आपकी आर्थिक परेशानी बढ़ा सकती है।

दिक्कतों से बचने के लिए जरूरी उपाय

ITR भरने से पहले सुनिश्चित करें कि आप सही फॉर्म और असिस्टमेंट ईयर का चयन कर रहे हैं। अपने फॉर्म 26AS और अन्य टेक्स्ट से जुड़े दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच करें कि सभी डाटा मेल खाते हों। ई-फाइलिंग पोर्टल पर भारी ट्रैफिक से बचने के लिए सुबह या देर रात के समय लॉगिन करें और ब्राउजर का कैश क्लियर रखें ताकि कोई तकनीकी समस्या न आए। फॉर्म दाखिल करने के तुरंत बाद ई-वेरिफाई करना न भूलें। अगर पोर्टल में कोई तकनीकी समस्या आए तो अलग ब्राउजर से प्रयास करें या विभाग से संपर्क करें।

ITR फाइलिंग की आखिरी तारीख का रखें खास ध्यान

ITR फाइलिंग की डेडलाइन याद रखना सबसे महत्वपूर्ण कदम है। अंतिम दिन के नजदीक ज़्यादा लोग फाइलिंग करते हैं जिससे पोर्टल पर दबाव बढ़ता है और तकनीकी समस्याएं आती हैं। देर से फाइल करने पर सिर्फ अतिरिक्त फीस ही नहीं लगती, बल्कि भविष्य में टैक्स रिफंड या कंप्रोमाइज्ड प्रॉसेसिंग की समस्या भी हो सकती है। इसलिए बेहतर है कि समय रहते ही अपना रिटर्न फाइल कर दें।

इन सावधानियों और सही जानकारी के साथ आप अपने ITR भरने के अनुभव को तनावमुक्त और सुरक्षित बना सकते हैं। ध्यान रखें कि टैक्स विभाग से आने वाले नोटिस या समस्याओं से बचने के लिए सही फॉर्म भरना, डाटा का मिलान और समय पर ई-वेरिफिकेशन कराना आवश्यक है। यदि आपको ITR भरने में या उससे जुड़ी किसी और समस्या पर कोई सवाल हो तो जरूर पूछें।

Author
Ekomart

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